
पौराणिक रहस्य और आस्था से जुड़ा – बिंदेश्वर महादेव मंदिर, उत्तराखंड )(Ancient and mysterious place of Uttarakhand)
उत्तराखंड, जिसे देवभूमि कहा जाता है, वहां हर पर्वत, हर झरना और हर घाटी अपने अंदर किसी ना किसी देवी-देवता की कहानी समेटे हुए है। ऐसी ही एक अनसुनी, शांत और बेहद पवित्र जगह है – बिंदेश्वर महादेव मंदिर।
🛕 मंदिर का स्थान:
बिंदेश्वर महादेव मंदिर उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित है। यह दूधातोली डंडा में स्थित है। घने जंगलों, देवदार और बांज के पेड़ों के बीच छिपा यह मंदिर, शांति और श्रद्धा का प्रतीक है।
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पौराणिक कथा: (Ancient and mysterious place of Uttarakhand)
कहते हैं कि यह मंदिर महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान इस स्थान पर विश्राम किया था और यहीं पर उन्होंने भगवान शिव की तपस्या की थी।
शिव जी की तपस्या से प्रसन्न होकर, उन्होंने इस स्थान पर “बिंदु” रूप में प्रकट होकर आशीर्वाद दिया, इसलिए इस स्थान को “बिंदेश्वर” कहा जाने लगा।

🌄 मंदिर की विशेषता: (Ancient and mysterious place of Uttarakhand)
यहां कोई पुजारी नहीं होता, फिर भी भक्त पूरी श्रद्धा से पूजा करते हैं।
हर साल श्रावण मास और महाशिवरात्रि पर हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
पहाड़ी के ऊपर बसे इस मंदिर से नीचे बहती सरयू नदी का दृश्य बहुत मनमोहक लगता है।
माना जाता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है।
आध्यात्मिक अनुभव:
जब आप बिंदेश्वर महादेव मंदिर की सीढ़ियों पर चढ़ते हैं, तो ऐसा महसूस होता है कि आप संसार से दूर, किसी दिव्य दुनिया में कदम रख रहे हैं।
यहां की शांति, हवा में गूंजता “ॐ नमः शिवाय” और प्रकृति का साथ — यह सब आत्मा को सुकून देता है।

नंदी महाराज जी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि उनके कानों में श्रद्धा भक्ति से मनोकामना मांगने से वह मनोकामना पूरी हो जाती है।

“भोले के दरबार में दुख दूर होते हैं,
जो सच्चे मन से भोले को पुकारे,
भोले उसके भाग्य जरूर संवारें।”
🚩 हर हर महादेव!

Vicky July 15, 2025
Very nice blog 🤠